Friday, January 11, 2008

क्या होगा - सीताराम चंदावरकर ... २००६

गर मिट गया अँधेरा
तब दीवाली का क्या होगा

बुझ जाती प्यास एक घूँट से
मधुशाला का क्या होगा

विसाले यार गर हो जाता
हज़रते ग़ालिब का क्या होगा

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